- 21 Posts
- 15 Comments
इसलिए किसी से जल्दी नहीं बोल पता था | लेकिन औरो को देखकर मन करता था | मेरा भी कोई हो जिसे आपने दिल की बात बताई जाय | उस समय हमारे शहर में फोन नये नये लगे थे मोबाईल का तो दूर – दूर तक पता नहीं था | मैंने एक पी सी ओ खोल रखा था |
जो ठीक ठाक चल रहा था | मेरे कुछ दोस्त भी थे जो अक्सर मेरा फोन नंबर अपने मिलने वालो व आपने रिश्तेदारों को दे देते थे | मेरे एक दोस्त ने शादी मेरा नंबर अपने भाई की दूर की रिश्तेदारी में किसी लड़की को दे दिया | उसने मुझे आकर बताया में एक लड़की को आपका फोन नंबर देकर आया हूँ उसका नाम सविता है |
फोन आये तो बात कर लेना | इस बात को बहुत दिन हो गए में लगभग भूल ही गया था | एक दिन उसका फोन आया उसने मेरे दोस्त का नाम लेकर मुझसे पूछा वह कहा है | मैंने वह अभी नही है | यह सुनकर उसने फोन रखा दिया | कुछ देर बाद उसने फिर फोन किया |
वह बोली आप कोन बोल रहे है | मैंने कहा हमें अपना दोस्त समझो वह बोली एसे हम किसी को भी अपना दोस्त कैसे समझें , मैंने कहा फ़ोनों फ्रैंड समझ लो वह बोली यह क्या होता है | मैंने फोन वाला मित्र , वह बोली जिसको हमने देखा नहीं उससे कैसे दोस्ती करें , मैंने कहा हमारी दोस्ती में कोई भी खतरा नहीं है | देखो न तो तुमने मुझे देखा है न मैंने तुमे देखा है | और में तुमसे वादा करता हूँ | की में कभी भी मिलने की कोशिस नहीं करुगा हम लोग सिर्फ एक अच्छे दोस्त की तरह बाते करेगे तुम मुझे अपने दिल की बात बता देना में तुमे अपने दिल बात बता दुगा और फिर तुमे कुछ गलत लगे तो तुम मुझे फोन करना बंद कर देना मेरे पास तो आपका नंबर भी नहीं है |वह कुछ देर चुप रही फिर बोली में सोच के बताउगी | मैंने कहा में इंतजार करूगा |
मुझे ज्यादा देर इंतजार नहीं करना पड़ा | करीब 1 घंटे के बाद उसका फोन आ गया | में भी तैयार था | आपने जीवन में दोस्ती का आनन्द लेने को और वह भी वह मुझे अपने बारे में बता रही थी | वह कालेज में पड़ती थी | उसका एक छोटा भाई था | जो सात में पड़ता था | पिताजी बहार जॉब करते थे | माँ एक धरेलू महिला थी | मैंने भी अपने बारे कुछ सच कुछ झूठ जो भी था |वह बता दिया |
हम एक दुसरे की पसंद वह आदतों के बारे में भी काफी देर बाते करे रहे | फिर वह बोली अब में फोन रखा रही हु | मैंने उससे पूछा कल किस समय करोगी फोन वह बोली देखुगी यह कह कर उसने फोन रखा दिया मेरा दिल जोर से धड़क रहा था |और में सोच रहा था |
क्या वह कल मुझे फोन करेगी या नहीं में यह सोचते हुए सारी रात करवटें बदलता रहा | में समझ नहीं पा रहा था | कि मेरे साथ यह क्या हो रहा है | कुयुकी में अपने अलावा कभी किसी के बारे में कभी नहीं सोचता था | मगर यह पहली बार हो रहा था | में किसी अनजान लड़की के लिए इतना अधिक सोच रहा था | में सुबह जल्दी उठकर दुकान पहुच गया और फोन का इंतजार करने लगा |
मुझे एक – एक मिनट कई सालो सा लग रहा था | में इंतजार भी उसका कर रहा था जिसके बारे में मुझे कुछ पता नहीं था | कि वह मुझे फोन करेगी भी या नहीं में बस उसके फोन का इंतजार कर रहा था | करीब ३ घंटे के बाद मेरा इंतजार समाप्त हो गया | और फोन की घंटी बजी मेरा दिल जोर से धड़कने लगा | उसने जैसे ही हैलो बोला अपनी प्यारी सी आवाज में तो में खुशी से झूम उठा मैंने बहुत देर कर दी आपने वह बोली क्या करती घर का सब काम करके आई हूँ फिर मम्मी को भी क्या कहती कहा जा रही हूँ !
मैंने हा यह तो है | वह बोली आप कब से इंतजार कर रहे हो मैंने कहा सच कहू तो कल से ही जब आप ने फोन रहा था | कुछ देर इधर – की बातों के बाद मैंने उससे पूछा आपने कभी किसी से प्यार किया है | वह बोली नहीं फिर उसने मुझसे पूछा मैंने भी मना कर दिया | मैंने उससे कहा में पहली बार किसी लड़की से दोस्ती कर रहा हूँ वह भी फोन पर अगर आप सामने होती तो में शायद आप से इतनी बात नहीं कर पता वह बोली मैंने भी कभी किसी लड़के से इतनी बात नहीं की है | इस तरह हम लोगों की बातें बड़ती जा रही थी |करीब एक हप्ते के बाद उसने मुझसे अपने प्यार इजहार आई लव यू बोल कर दिया |में यह सुनते ही सन रह गया | में समझ नहीं पा रहा था | में क्या जबाब दू तभी फोन कट गया | में सोचने लगा अगर घर में पता लगा तो घर वालों की क्या प्रतिकिर्या होगी फिर सोचने लगा घर वालो को कैसे पता लगेगा |
इन्ही सब बातो को सोचते हुए में घर चला गया | मुझे रात भर नीद नहीं आई में काफी परेशान था| में प्यार से होने वाले नुकशान के बारे में ज्यादा सोच रहा था | सुबह को भी मेरा मन किसी काम में नहीं लग रहा था | 10 बजे के आस- पास उसका फोन आ गया | उसने मुझसे कल की बात के लिए माफ़ी मागी मैंने कहा माफ़ी मागने की जरूवत नहीं है |
में अभी तैयार नहीं हूँ कुय्की पहली बार किसी लड़की ने मुझे आई लव यू कहा है | वह बोली कोई बात नहीं जब आप तैयार हो जाओ तब बता देना तब तक हम अच्छे दोस्त बने रहेगे मैंने कहा ठीक है |दुसरे मैंने उससे कहा में अब तैयार हूँ वह ख़ुशी से चहकते हुए बोली मुझे पता था कि आप भी मुझसे प्यार करते हो | फिर बोली एक खुश खबरी सुनाओ मैंने कहा क्या? वह बोली हमारे यहाँ फोन लग गया है | अब मुझे फोन करने के लिए पी सी ओ पर नहीं आना पड़ेगा |फिर सिलसिला ही निकल पड़ा बात करने का हम लोग घंटों बाते किया करते थे | कभी – कभी तो मुझे रात के 2 बज जाते थे |इस तरह पता ही नहीं चला कब 2 महीने निकल गए | मुझे जिस बात का डर था वही हुआ उसके फोन बिल 10,000 के करीब आया अब तो उसकी मम्मी बड़ी परेशान हो गयी उसने फोन बिल जमा कर उसको वनवे करवा दिया | यानि फोन आ तो सकता था | लेकिन जा नही सकता और उस पर भी नजर रखने लगी | अब कभी कभार ही बात हो पाती थी | जिसका नतीजा यह हुआ कि हमारे प्यार का बुखार उतर गया | अब हम फिर से एक दुसरे के लिए अनजान हो गए यही था मेरा फोन फ्रेंड से पहला प्यार
Read Comments